Thursday, June 6, 2013

तरतीब और तहजीब का केन्द्र बना अपना ‘एम्स’

शुरू हो गई ओपीडी, क्रमश: आएगा बहुत कुछ

रायपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्था एम्स की रायपुर इकाई को देखकर हर कोई कह उठा वाह। बुधवार को एम्स रायपुर में ओपीडी प्रारंभ हो गया। डेढ़ दो सौ रोगी पहुंचे। जांच भी हुई और दवा भी लिखी गई। मरीजों को मिठाइयां दी गर्इं। बच्चों को रंगीन गुब्बारे दिए गए। हर तरफ खुशी का माहौल था। वाह! वाह!! करते हुए शहरवासियों के मुंह से निकल ही गया, काश यह तहजीब और माहौल बना रहे और शहर के अन्य अस्पताल भी इससे कुछ सीखें।
एम्स के डायरेक्टर डॉ. नितिन एम नागरकर के नेतृत्व में सुबह 8.30 बजे से जनरल बाह्य रोग ओपीडी शुरू हुई। दोपहर 1.30 बजे तक चली ओपीडी में 150 मरीज पहुंचे। एम्स प्रशासन ने भी मरीजों के रिस्पांस को देखकर संतोष व्यक्त किया है। ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. नागरकर ने भी मरीजों का इलाज किया।
रोबोटिक मशीन आॅपरेटेड ओटी दिसम्बर तक
मेडिसिन, सर्जरी, गायनिक (स्त्री रोग), ईएनटी, नेत्र, शिशु रोग, अस्थि रोग, मनोरोग (छह विभागों) की ओपीडी शुरू हुई। फिलहाल दवाएं तथा पैथोलॉजी जांच यहां नहीं होगी। तीन से चार माह में ट्रॉमा यूनिट समेत 150 बिस्तर का अस्पताल खुल जाएगा। एम्स में मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए अलग-अलग विभागों के 4 आॅपरेशन थिएटर बनाए जा रहे हैं। साल के अंत तक रोबोटिक मशीन आॅपरेटेड आॅपरेशन थिएटर बना दिए जाएंगे।

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